biography of jack ma, जैक मा का जीवन परिचय और उनके सफलता के 10 नियम

biography of jack ma | जैक मा का जीवन परिचय


दोस्तों ‘अलीबाबा’ ग्रुप के संस्थापक जैक मा का जन्म 10 सितंबर, 1964 को चीन के जेजिआंग प्रांत के एक छोटे से गाँव हंगझोउ में हुआ। जैक के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। जैक एक बहुत ही साधारण परिवार से थे। उनके माता-पिता पारंपरिक चीनी नाटकों और प्रसिद्ध कहानियों को सुनाने का काम करते थे। उनके परिवार की आजीविका का यही एकमात्र साधन था। नौ वर्ष तक उन्होंने एक टूरिस्ट गाइड की तरह काम किया। 

जैक मा वर्ष 1995 की शुरुआत में, अपने दोस्तों की मदद से अमेरिका गए, जहाँ उन्होंने पहली बार इंटरनेट देखा। इसी वर्ष जैक और कुछ दोस्तों ने मिलकर 20,000 डॉलर इकट्ठे किए और एक कंपनी की शुरुआत की। इस कंपनी का मुख्य काम दूसरी कंपनियों के लिए वेबसाइट बनाना था। उन्होंने अपनी कंपनी का नाम ‘चायना येलो पेजेज’ रखा। 

वर्ष 1999 में उन्होंने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर वेबसाइट ‘अलीबाबा’ की स्थापना की और एक इतिहास रच दिया। 

biography of jack ma | जैक मा का जीवन परिचय

जैक मा के अनुसार, सफलता के दस नियम इस प्रकार हैं- 

जैक मा का नियम 1. नेतृत्व

 जैक मा के अनुसार बुद्धिमान लोगों का नेतृत्व करने के लिए किसी मूर्ख की आवश्यकता होती है। जब टीम में सभी वैज्ञानिक हों तो सबसे अच्छा होगा कि कोई किसान नेतृत्व करे, क्योंकि उसके सोचने का तरीका अलग होगा। जिंदगी के खेल में इससे पहले कि आप कुछ लें, आपको अंदर कुछ-न-कुछ रखना होगा।


जैक मा का नियम 2. लक्ष्य 

जैक मा कहते हैं इससे फर्क नहीं पड़ता कि लक्ष्य कितना कठिन है। आपके पास हमेशा वह सपना होना चाहिए, जो आपने पहले दिन देखा था। वह आपको प्रेरित रखेगा और आगे बढ़ाएगा। जो आपके पास है, उसके लिए कृतज्ञ बनिए और दुखड़ा रोना बंद करिए। यह सबको उबा देता है, आपके लिए कुछ अच्छा नहीं करता।


 जैक मा का नियम 3. असफलता 

हार मान लेना सबसे बड़ी असफलता होती है। यदि आपने हार नहीं मानी है तो आपके पास और भी बहुत सारे अवसर होंगे अपने आपको साबित करने के लिए। जीतने का इतना महत्त्व नहीं है, जितना कि जीतने के लिए प्रयास करने का महत्त्व होता है। सबसे बड़े गर्व की बात कभी न गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठने में है।


 जैक मा का नियम 4. उद्यमी 

यदि आप एक सफल उद्यमी बनना चाहते हैं तो 30 से 40 साल की उम्र में खुद के लिए काम करें। 40 से 50 साल की उम्र तक आपको उन चीजों पर काम करना चाहिए, जिनमें आप दक्ष हों। यदि औसत व्यक्ति को अपने जीवन और भाग्य पर बड़ी शक्ति प्राप्त होती है तो उसे आश्चर्य और धन्यवाद की स्थिति में रहना होगा। 


जैक मा का नियम 5. योग्य व्यक्ति 

जैक मा के अनुसार किसी पद को उसके योग्य व्यक्ति को दें, न कि बहुत ज्यादा योग्य व्यक्ति को। यह बहुत ही कष्टदायी बात हो सकती है। परंतु इसका कोई अर्थ नहीं है कि जहाँ आपको एक ट्रैक्टर की जरूरत हो, वहाँ आप एक विशाल हवाई जहाज के इंजन का प्रयोग करें।

biography of jack ma | जैक मा का जीवन परिचय


जैक मा का  नियम 6. गलती 

कोई भी गलती आपके लिए एक शानदार रिवेन्यू है। 20 साल की उम्र तक एक अच्छे स्टूडेंट बनें। उद्यमी बनने के लिए आपको थोड़ा अनुभव लेना जरूरी है। किसी उद्यमी का लोगों को उनको कर्तव्यों के बारे में बताना एक प्रमुख विशेषता है, जिसमें उनको निपुण होना चाहिए।


जैक मा का नियम 7. धैर्य एवं दृढ़ता 

एक लीडर के अंदर अधिक धैर्य एवं दृढ़ता होनी चाहिए और उसे वह सहन करने में सक्षम होना चाहिए, जो उसके कर्मचारी नहीं कर सकते। एक अच्छा श्रोता होना एक अच्छे लीडर के लिए वास्तव में बहुत बुराई है। आपको पहली कतार के सभी लोगों को सुनना पड़ेगा।


जैक मा का नियम 8. नजरिया

 जब आपका नजरिया अलग हो तो जीतना आसान हो जाता है। जब टीम बुद्धिमान लोगों से भरी पड़ी हो तो एक अनपढ़ व्यक्ति का नेतृत्व करना सबसे बेहतर होता है। उस अनपढ़ के सोचने का तरीका अलग होगा। इससे सफल होना बहुत आसान हो जाता है, अगर आपके पास ऐसे लोग हों, जो चीजों को अलग-अलग नजरिए से देखते हों।


जैक मा का नियम 9. सफल 

दोस्तों जैक मा कहते हैं इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, अगर हम असफल हो गए। कम-से-कम हमने दूसरों के लिए रास्ता तो बना दिया। भले ही मैं असफल हो गया, लेकिन कोई तो जरूर सफल होगा। यदि मैं असफल होता हूँ तो मैं बार-बार, बार-बार कोशिश करता हूँ। यदि आप असफल होते हैं तो क्या आप दोबारा कोशिश करेंगे? 


 जैक मा का नियम 10. टीम 

यदि हम एक अच्छी टीम हैं और यह जानते हैं कि हमें क्या करना है तो हममें से हर एक उनमें से दस को हरा सकता है। मैंने ‘अलीबाबा’ में अपने बुरे दिनों से सीखा है कि आपके पास अपनी एक ऐसी टीम होनी चाहिए, जिसकी कोई वैल्यू हो और वह किसी भी दशा में कुछ नया कर सके। यदि आप हार नहीं मानेंगे तो आपके पास जीतने का मौका रहेगा। फोकस करें और अपनी शारीरिक शक्ति से ज्यादा अपनी मानसिक शक्ति का प्रयोग करें।

Post a Comment

Previous Post Next Post